फीफा U-17 वर्ल्ड कप 2017 की
आज से फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप के रोमांच में डूबेगा देश, भारत का मुकाबला अमेरिका से
क्रिकेट के देश में फुटबॉल का जुनून। शुक्रवार से भारत में अंडर-17 फीफा विश्व कप के शुभारंभ के साथ पूरा देश फुटबॉल के जोश में डूबने-उतराने को तैयार है। देश के छह शहरों में मेजबान भारत समेत दुनिया की 24 अंडर-17 टीमें छह से 28 अक्तूबर तक फुटबॉल का रोमांच इस विश्व कप में बिखेरती नजर आएंगी।
पुर्तगाली कोच लुइस नॉर्टन डि मातोस के संरक्षण में तैयार और मणिपुर के अमरजीत सिंह की अगुवाई में भारतीय युवा शुक्रवार को मजबूत अमेरिका के साथ दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में विश्व कप में अपना अभियान शुरू करेंगे। जहां खुद पीएम नरेंद्र मोदी भारतीय टीम की हौसला आफजाई के लिए मौजूद रहेंगे।
देश और फुटबॉल के दीवानों के लिए यह कितना बड़ा मौका है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि फीफा के किसी भी विश्व कप में भारतीय टीम पहली बार शिरकत करने जा रही है। वह भी मेजबान होने के नाते भारत को अंडर-17 वर्ल्ड कप में खेलने का मौका मिल रहा है।
ये हैं छह मेजबान शहर
गोवा, गुवाहाटी, कोच्चि, कोलकाता, नवी मुंबई और दिल्ली
देश और फुटबॉल के दीवानों के लिए यह कितना बड़ा मौका है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि फीफा के किसी भी विश्व कप में भारतीय टीम पहली बार शिरकत करने जा रही है। वह भी मेजबान होने के नाते भारत को अंडर-17 वर्ल्ड कप में खेलने का मौका मिल रहा है।
ये हैं छह मेजबान शहर
गोवा, गुवाहाटी, कोच्चि, कोलकाता, नवी मुंबई और दिल्ली
नोबेल पुरस्कार 2017
साहित्य: वर्ष 2017 के साहित्य का नोबेल पुरस्कार मशहूर ब्रिटिश लेखक काजुओ इशिगुरो को देने की घोषणा 5 अक्टूबर को की गयी. उन्हें यह पुरस्कार उनकी उपन्यास ‘द रिमेन्स ऑफ द डे’ के लिए दिया गया है. उन्हें 1989 में इस उपन्यास के लिए मैन बुकर प्राइज भी दिया गया था. यह किताब 20वीं सदी के इंग्लैंड में डाउनटाउन आबे जैसे माहौल के बीच दबी हुई भावनाओं की एक गहरी दुनिया को दिखाती है. काजुओ इशिगुरो का जन्म जापान के नागासाकी में हुआ था. पांच साल की उम्र में वे अपने परिवार के साथ ब्रिटेन चले गए थे.
रसायन विज्ञान: वार्स 2017 का केमिस्ट्री के लिए नोबेल अवॉर्ड्स जेक्यूज दुबोचे (स्विट्ज़रलैंड), योआखिम फ्रैंक (अमेरिका) और रिचर्ड हेंडरसन (ब्रिटेन) को संयुक्त रूप से दिया गया है. इन सभी को ये सम्मान क्रयो-इलेक्ट्रान माइक्रोस्कोपी (cryo-electron microscopy) विकसित करने के लिए दिया गया है. ये एक हाई रेजोलूशन ढांचा है, जो सॉल्यूशन में बायोमोलिक्यूल्स का पता लगाता है.
भौतिक विज्ञान: अमेरिकी खगोल वैज्ञानिकों बैरी बैरिश, किप थोर्ने और रेनर वेस को वर्ष 2017 का भौतिक विज्ञान का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गयी है। उन्हें यह पुरस्कार गुरुत्व तरंगों की खोज के लिए दिया गया है. अलबर्ट आइंस्टीन ने करीब एक सदी पहले अपनी सापेक्षता के सामान्य सिद्धांत के तहत गुरुत्व तरंगों का अनुमान लगाया था लेकिन इस खोज के बाद ही इस बात का पता लगा कि ये तरंगे अंतरिक्ष-समय में विद्यमान हैं। ब्लैक होल के टकराने या तारों के केंद्र के विखंडन से यह प्रक्रिया होती है।
चिकित्सा: वर्ष 2017 का चिकित्सा के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के तीन वैज्ञानिकों जेफरी सी हॉल, माइकल रॉशबाश और माइकल डब्ल्यू यंग को दिया गया.
तीनों वैज्ञानिकों को मानव शरीर की आंतरिक जैविक घड़ी विषय पर किए गए उनके उल्लेखनीय कार्य के लिए नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया. आंतरिक जैविक घड़ी को सर्केडियन रिदम के नाम से जाना जाता है. नोबेल चयन करने वाली समिति ने कहा कि इन खोजों में इस बात की व्याख्या की गई है कि पौधे, जानवर और इंसान किस प्रकार अपनी आंतरिक जैविक घड़ी के अनुरूप खुद को ढालते हैं ताकि वे धरती की परिक्रमा के अनुसार अपने को ढाल सकें. जीव-जंतुओं सहित सभी जीवित प्राणियों के भीतर शारीरिक प्रक्रियाओं में चलने वाला 24 घंटे का चक्र होता है. यह आपके जगने-सोने के समय, हार्मोन के स्राव, शरीर के तापमान सहित विभिन्न शारीरिक प्रकियाओं को नियंत्रित करता है. नींद न आने जैसी समस्याएं भी इसी सर्केडियन रीदम से जुड़ी बताई जाती है.
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