अटलजी नहीं रहे। वह मेरी आंखों के सामने हैं। बिल्कुल स्थिर। जो हाथ मेरी पीठ पर धौल जमाते थे, जो स्नेह से मुझे बाहों में भर लेते थे, वे स्थिर हैं। अटलजी की यह स्थिरता मुझे झकझोर रही है। अस्थिर कर रही है। एक जलन सी है आंखों में। कुछ कहना है, बहुत कुछ कहना है लेकिन कह नहीं पा रहा। मैं खुद को बार-बार यकीन दिला रहा हूं कि अटलजी अब नहीं हैं, लेकिन यह विचार आते ही खुद को इस विचार से दूर कर रहा हूं।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from Today's Top Hindi News Headlines From India and World - Dainik Bhaskar https://ift.tt/2OE58aK
Post Top Ad
Thursday, August 16, 2018
Home
Top News
नरेंद्र मोदी के ब्लॉग से- मेरे अटलजी मेरे अंदर गूंज रहे हैं, कैसे मान लूं कि वे अब नहीं रहे
नरेंद्र मोदी के ब्लॉग से- मेरे अटलजी मेरे अंदर गूंज रहे हैं, कैसे मान लूं कि वे अब नहीं रहे
Tags
# Top News
Share This
About Gktechnews
Top News
Labels:
Top News
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
GATE 2025 Registration: गेट परीक्षा के लिए आवेदन का आज आखिरी मौका, इतना लगेगा विलंब शुल्क
GATE 2025: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की आज विलंब शुल्क के साथ गेट परीक्षा के लिए पंजीकरण विंडो बंद कर देगा। उम्मीदवारों के पास आवेदन ...
No comments:
Post a Comment